मृतक के चचेरे भाई की तहरीर पर अज्ञात हमलावरों के खिलाफ हत्या की रिपोर्ट दर्ज की गई है। शव का पोस्टमार्टम कराया गया है। घटना के पीछे आशनाई की चर्चा है। अधेड़ 18 साल पहले गांव के ही एक व्यक्ति की हत्या में आजीवन कारावास की सजा काटकर जनवरी 2023 में जेल से रिहा हुआ था।
बांदा जिले में बिसंडा थाना क्षेत्र के कैरी गांव निवासी मृतक किसान बालकरन उर्फ बाबू की हत्या में उसकी पत्नी ने चौकाने वाला खुलासा किया है। पोस्टमार्टम हाउस में पत्नी ने बताया कि बालकरन चरित्र का ठीक नहीं था। जेल से छूटने के बाद वह गांव की महिलाओं की टोह में रहता था। हमेशा तमंचा लेकर चलता था।
घटना वाली रात भी वह घर से तमंचा लेकर घर से निकला था। मृतक किसान बालकरन की पत्नी संतोषिया ने बताया कि उसकी पुत्री नीलम अपनी ससुराल से मायके आई हुई है। पुत्री के जेवर जिसमें पायल, बिछवा, हाफ पेटी और माला आदि थे को मंगलवार को बालकरन ले गया था।
पत्नी को शक है कि गांव की ही किसी महिला को उसने यह जेवर दिए हैं। हालांकि उसे पता नहीं है कि किस महिला को दिए हैं। उसकी पत्नी ने यहां तक बताया कि बालकरन उससे खुद यह कहता था कि किसी महिला को बुला लाओ। उसकी इन्हीं हरकतों से वह सब आजिज थीं।
हमलावर बोले- घर की बहू-बेटी को छेड़ेगा