हरिद्वार । जिलाधिकारी ने जनता तथा सभी निजी विद्यालय प्रबंधों से अपील करते हुए कहा कि समस्त छात्र-छात्राओं के बेहतर भविष्य के लिये स्वस्थ्य और पोषित होना अति आवश्यक है। परन्तु एक चिन्ता का विषय यह है कि राष्ट्रीय परिवार स्वास्थ्य सर्वेक्षण-5 (वर्ष 2019-21) के अनुसार राज्य में लगभग हर दूसरे बच्चे और किशोर-किशोरी में अनीमिया अर्थात, खून की कमी है।
उन्होंने कहा कि अनीमिया की व्यापकता से बचाव व उपचार हेतु स्वास्थ्य एवं परिवार कल्याण मंत्रालय, भारत सरकार के दिशा-निर्देशानुसार, राज्य सरकार द्वारा जनपद हरिद्वार में ‘अनीमिया मुक्त भारत’ कार्यक्रम के तहत समस्त विद्यालयों व आंगनवाड़ी केन्द्रों के माध्यम से साप्ताहिक आयरन फोलिक एसिड अनुपूरक गोलियाँ निःशुल्क खिलायी जा रही है। साथ ही, अनीमिया से संबन्धित जागरूकता व उपचार हेतु हर संभव कदम उठाए जा रहे हैं। अनीमिया के विरुद्ध इस जन-आंदोलन में सभी विद्यालयों, निजी विद्यालय संगठनों, अभिभावकों और समुदाय के लोगों का सक्रिय सहयोग अत्यंत आवश्यक है, और अनीमिया मुक्त समाज के लिए इन सभी का प्रभावी मार्गदर्शन कर सकते हैं। चूंकि 50 प्रतिशत अनीमिया आयरन की कमी के कारण होता है, इसलिए हर सप्ताह एक बार आयरन की गोली खिलाने से छात्र-छात्राओं में अनीमिया के जोखिम को काफी हद तक कम किया जा सकता है। इसके साथ ही, भोजन में आयरन से भरपूर आहार को भी शामिल करना चाहिए।
उन्होंने सभी से अपील करते हुए कहा कि अपने स्कूल, जनपद और राज्य को अनीमिया मुक्त बनाने में अपना बहुमूल्य योगदान दें और कार्यक्रम को सफल बनाने हेतु हर संभव प्रयास करें। सभी के सहयोग से हम बच्चों एवं किशोर-किशोरियों के स्वास्थ्य में सुधार लाने और अनीमिया से मुक्त करने के अपने लक्ष्य को प्राप्त करने में सफल होंगे।