ऐसा कौन सा पाप किया था जो सिर के बाल उतर गए
-सुदेश आर्या (ये है मेरी मित्र ‘केतकी जानी’ की जुबानी उनकी अपनी कहानी और समाज के दोगले चरित्र को ठेंगा दिखाती अपने संघर्ष के बल पर अपनी पहचान बनाती हुई सफल वूमेन व लेखिका) “जब पति मर जाता है तब औरतें गंजी हुआ करती थी। तुम्हारा तो पति ज़िंदा है फिर भी तुम्हारे बाल नहीं […]
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